ललितपुर। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी चार फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया गया। सीएमओ कार्यालय सभागार में गोष्ठी का आयोजन भी किया गया। सीएमओ डा.इम्तियाज अहमद ने बताया कि विश्व कैंसर दिवस का उद्देश्य लोगों को कैंसर के प्रति जागरूक करना एवं कैंसर की बीमारी से लडऩे के लिये एकजुट करना है। विश्व कैंसर दिवस पहली बार 04 फरवरी 2000 को मनाया गया था, तब से प्रत्येक वर्ष यह दिवस मनाया जाता है। इस दिन कैंसर संबंधी जागरूकता बढाने कैंसर का जल्दी पता लगाने हेतु स्क्रीनिंग, स्वस्थ्य जीवन शैली का प्रोत्साहन, कैंसर अनुसंधान एवं उपचार को बढावा देना, कैंसर के बारे में गलत धारणाओं को दूर करना आदि गतिविधियां की जाती है। कैंसर के प्रति जागरूकता, भ्रान्तियों की रोकथाम, शुरूआती पहचान और उपचार में निरंतर प्रयास कई जीवन बचा सकते है। उपसीएमओ/नोडल अधिकारी एनसीडी डा.अमित तिवारी ने बताया कि फेंफड़े, मुख, गुहा एवं स्तन व बच्चेदानी का कैंसर सबसे आम प्रकार के कैंसरों में शामिल हैं। जागरूकता एवं समय पर पता लगाना कैंसर मरीजों की मृत्युदर को कम करने की कुंजी है। पब्लिक हैल्थ स्पेशलिस्ट डा.सौरभ सक्सेना ने कैंसर के बारे में जानकारी देते हुये बताया कि कैंसर के मामले लगातार बढ़ रहे है, इसके पीछे लाईफ स्टाईल में बदलाव, प्रदूषण, तम्बाकू एवं शराब का सेवन आदि कारण जिम्मेदार है। विश्व कैंसर दिवस का उद्देश्य इन सभी कारकों के बारे में लोगो का जागरूक करना और उन्हें इस बीमारी से बचने के लिये सही जानकारी उपलब्ध कराना है। शरीर के किसी अंग में लम्बे समय तक असामान्य सूजन, तिल, मस्से का आकार या रंग में परिवर्तन, न भरने वाले घाव आदि कैंसर के संकेत हो सकते है। यदि किसी व्यक्ति को तीन हफ्ते से अधिक समय तक मुंह या जीभ पर न भरने वाले घाव, भोजन निगलने में लगातार असुविधा, मूत्र विसर्जन में कठिनाई/रक्त स्त्राव, आवाज में परिवर्तन जैसे लक्षण हो, तो निकटतम सरकारी चिकित्सालय में चिकित्सक से तुरंत परामर्श लेना चाहिए। स्वस्थ्य आहार एवं जीवन शैली अपना कर, नियमित रूप से व्यायाम करके, तम्बाकू एवं शराब के सेवन से बचकर तथा नियमित चिकित्सा जांच कराकर कैंसर के जोखिम को कम किया जा सकता है। आयोजित गोष्ठी में सीएमओ कार्यालय के विभिन्न अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहें।

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